उपाय घुटण ना दर्द माटे. उधरस. पथरी:

 घुटण ना दर्द माटे, सुता पहेला त्रण टीपा एरंडियानुं तेल नाभीमां नाखवुं अने एनी आजुबाजु दोढ इंचमां प्रसरावी देवुं.
    ध्रुजारी तथा सांधानुं दुखवुं तथा सुकी त्वचाना उपाय माटे 
रात्रे सुता पहेला त्रण टीपा राईनुं तेल नाभीमां नाखवुं अने एनी आजुबाजु दोढ इंचना वर्तुळमां प्रसरावी देवुं.
      नाभीमां तेल नाखवा नुं कारण ए छे के नाभी ने खबर होय छे के कई नस सुकाई गई छे, एटले एमां ए तेल ने पसार करी नाखे छे. जयारे बाळक नानुं होय छे अने एना पेटमां दुखतुं होय त्यारे आपणे हिंग तथा पाणी अथवा तेलनुं मिश्रण एना पेट अने नाभीनी आजुबाजु लगावता. अने तरतज बाळक नुं पेट माटी जतुं, बस तेल नुं पण एवुज छे.                                                                                                                                             उधरस :    लविंग ने मोमां राखी चूसवा थी उधरस मटे छे. मरीनुं चूर्ण दुधमां उकाळी ने पीवाथी उधरस मटे छे. मरी नुं चूर्ण साकर घी साथे लेवाथी उधरस मटे छे. थोडी हिंग सेकी ने गरम पाणीमां मेळवी पीवाथी उधरस मटे छे. द्राक्ष अने साकर मोमां राखी चूसवा थी उधरस मटे छे. दाडमना फळनी छालनो टुकडो मोमां राखवा थी उधरस मटे छे. थोडी खजुर खाई उपरथी थोडुं फरम पाणी पीवाथी कफ पातळो थइने नीकळी जशे अने उधरस तथा दम मटी जशे. रात्रे मीठा नी कांकरी मोमां राखी मुकवाथी उधरस ओछी आवशे, गरम करेला दूधमां हळदर अने घी मेळवी पीवाथी उधरस अने कफ मटे छे. हळदळ ने मीठावाळा ताजा सेकेला चणा एक मुठी जेटला सवारे तथा सांजे सुती वखते खावाथी (उपर पाणी ना पीवुं ) कायमी शरदी अने उधरस रहेती होय त मटे छे. हळदळ तावडीमां शेकी तेनी गांगडी मोमां राखी चूसवाथी कफ मटे छे. नवशेका पाणी साथे अजमो खावाथी कफनी खांसी मटे छे. तुलसीनो रस साकर साथे पीवाथी उधरस तथा छातीनो दुखावो मटे छे.                                                     पथरी:     नाळीयेरना पाणी मां लींबुनो रस मेळवी रोज सवारे पीवाथी पथरी मटी जाय छे. कारेलानो रस छास साथे पीवाथी पथरी मटे छे. जुनो गोळ अने हळदर छासमां मेळवीने पीवाथी पथरी ओगळी जाय छे. काळी द्राक्षनो उकाळो पीवाथी पथरी ओगळी जाय छे. कळथी ५०ग्राम रात्रे पलाळी राखी सवारे मसळी गाळी ए पाणी रोज सवारे पीवाथी पथरी मटे छे. लींबुना रसमां सिंधव मीठुं मेळवीने उभा उभा पीवाथी पथरी ओगळी जाय छे. गायना दूध नी छास मां सिंधव ईथी नाखीने उभा उभा रोज २१ दिवस सुधी पीवाथी पथरी पेसाब वाटे बहार नीकळी जशे. अने आराम मळशे. गोखरुंनुं चूर्ण मधमां चाटवा थी पथरी ओगळी जाय छे. टन्कणखार ने बारीक वती तेनो भूको ठंडा पाणी साथे फाकवाथी पथरी नो चूरो थइ पेसाब वाटे बहार नीकळी जाय छे. कळथीनो सूप बनावी तेमां चपटी सुरोखार मेळवीने पीवाथी पथरी मटी जाय छे. अने पथरीने लीधे थती भयंकर पीडा मटे छे. घउ अने चणाने साथे उकाळी तेना उकाळामां चपटी सुरोखार नाखी उकाळो पीवाथी पथरी भांगीने भूको थइ जाय छे. महेंदीना पाननो उकाळो पीवाथी पथरी मटे छे. मकाईना दाणा काढी लीधा पछी खाली डोडा ने बळी तेनी भस्म बनावी चाळीने आ भस्म १ग्राम जेटली सवार सांज पाणी साथे लेवाथी पथरीनुं दर्द तथा पेसाब नी अटकायत मटे छे.                

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